॥ फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना ॥
फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना
नित ध्यान धरु तेरा बिगड़ी को बना जाना
तुझे अपना समझकर मै फरियाद सुनाता हु
तेरे दर पर आकर मै नित धुनी रमाता हु
क्यों भूल गये भगवन मुझे समझ के बेगाना
फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना
मेरी नाव भवर डोले तुम्ही तो खेवैया हो
जग के रखवाले तुम तुम ही तो कन्हैया हो
कर नंदी सवारी तुम भवपार लगा जाना
फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना
तुम बिन न कोई मेरा अब नाथ सहारा है
इस जीवन को मैंने तुझ पर ही वारा है
मर्जी है तेरी बाबा अच्छा नही तडपाना
फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना
नैनो में भरे आँसू क्यों तरस न खाते हो
क्या दोष हुआ मुझसे मुझे क्यों ठुकराते हो
अब मैहर करो बाबा सुन के मेरा अफसाना
फरियाद मेरी सुनकर भोलेनाथ चले आना